लेकिन यह क्या इस प्रकरण में शामिल अधिकांश अभियुक्तों को लगभग 10 दिवस के अंदर ही हाई कोर्ट बिलासपुर से जमानत मिल गई , जिससे उनके परिजनों और समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
जमानत मिलने के बाद अभियुक्तों ने राहत की सांस ली और उनमें हर्ष का माहौल देखने को मिला। हालांकि, इस मामले में शामिल तीन अभियुक्त – मोहम्मद शफीक, बकरीद मियां और नसरुल्लाह अंसारी – अभी भी जेल में बंद हैं और उन्हें जमानत मिलने की प्रतीक्षा है। उनके परिजन अब भी न्याय की उम्मीद में हैं और अगली सुनवाई की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं।
इस घोटाले ने जिले में प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जांच के दौरान सामने आया कि धान खरीदी में बड़े स्तर पर अनियमितताएं हुई थीं, जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ। अब जब अधिकतर अभियुक्तों को जमानत मिल चुकी है, तो बाकी तीनों की रिहाई की संभावनाओं पर भी निगाहें टिकी हैं।
लोगों का मानना है कि न्यायालय से अब तीनों को भी शीघ्र राहत मिल सकती है, मगर फिलहाल उन्हें जेल में ही रहना होगा।