शिकायत के अनुसार, आरोपी सोमू ने मुकेश अग्रवाल को एक चेक दिया था। जब मुकेश ने उक्त चेक को बैंक में जमा किया, तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद उन्होंने झगराखांड थाने में चेक बाउंस के तहत मामला दर्ज कराया था। मामले की जांच के बाद पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और न्यायिक प्रक्रिया के तहत कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि मामला काफी समय से लंबित था, लेकिन हाल ही में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए गिरफ्तारी की। चेक बाउंस जैसी आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों में पुलिस की यह कार्रवाई आम नागरिकों के लिए एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखी जा रही है।
इस गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि कानून से बचना आसान नहीं है और आर्थिक मामलों में पारदर्शिता व ज़िम्मेदारी ज़रूरी है। पुलिस की तत्परता और न्याय व्यवस्था की सक्रियता से भविष्य में ऐसे मामलों में कमी आने की उम्मीद की जा रही है।