अहमद अंसारी ने इस अवसर का उपयोग करते हुए गरीबों की मदद करने का संकल्प लिया। उन्होंने जुम्मे की नमाज के बाद स्थानीय जामा मस्जिद में गरीबों के लिए कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विशेष रूप से सर्दियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए किया गया, जब ठंड से गरीब और जरूरतमंद लोग अधिक प्रभावित होते हैं।
अंसारी का मानना था कि कंबल वितरण जैसे छोटे से कदम से उन लोगों की मदद की जा सकती है, जिन्हें इस सर्दी में बुनियादी आवश्यकता की चीजों की सख्त जरूरत है। उनके इस कदम ने क्षेत्रीय समाज के बीच एक सकारात्मक संदेश फैलाया है और यह समाज में एकजुटता को प्रोत्साहित करता है।
स्थानीय निवासी लकी खान ने कहा, “इस तरह की पहल से समाज में एकता और भाईचारे का संदेश जाता है। आजकल जब समाज में विभाजन की स्थिति पैदा हो रही है, ऐसे आयोजनों से यह साबित होता है कि अगर हम एक-दूसरे की मदद करें तो हम किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं।”