भू-अर्जन की राशि में घोटाला : रामानुजगंज जल संसाधन विभाग में साल 2022 में मार्च से मई महीने के बीच भू-अर्जन की शासकीय राशि को निजी व्यक्तियों के खाते में गैर वित्तीय तरीके से समायोजित किया गया था. इसके बाद 2023 में इस मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसमें धारा 420, 467, 468, 471, 409 और 120 के तहत रिपोर्ट दर्ज किया गया था. फिर इस पूरे मामले की जांच शुरू की गई थी.
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में जल संसाधन विभाग में फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से लगभग 8 करोड़ 87 लाख 54 हजार रुपये के गबन के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी योगेश्वर स्वरूप भटनागर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले इस मामले में तत्कालीन एसडीओ संजय ग्रायकर समेत तीन अन्य सहयोगी कर्मचारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। आरोपी योगेश्वर स्वरूप भटनागर की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है।
रामानुजगंज के जल संसाधन विभाग में करोड़ों रूपये गबन के जांच क्रम में एक आरोपी रामस्वरूप भटनागर को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है : याकूब मेमन, एसडीओपी, रामानुजगंज