
जानकारों का कहना है कि शीला जायसवाल के उपाध्यक्ष बनने की संभावना इसलिए भी प्रबल मानी जा रही है क्योंकि उनके पति मुकेश जायसवाल का नगर पालिका अध्यक्ष रमन अग्रवाल के साथ घनिष्ठ संबंध है। यह समीकरण उनके पक्ष में मजबूत आधार बना सकता है। नगर की राजनीति पर नज़र रखने वालों का मानना है कि इस गठजोड़ से शीला जायसवाल को अन्य दावेदारों की तुलना में बढ़त मिल सकती है।
हालांकि, इस पद के लिए अन्य दावेदार भी जोर-आजमाइश कर रहे हैं और यह देखना रोचक होगा कि अंतिम निर्णय किसके पक्ष में जाता है। नगरवासियों की भी इस चुनाव पर पैनी नजर है, क्योंकि उपाध्यक्ष पद नगर के विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि रामानुजगंज नगर परिषद का अगला उपाध्यक्ष कौन होगा।